तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा
मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है
कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आये,
और कुछ मेरी मिट्टी में बग़ावत भी बहोत थी !
~परवीन शाकिर
किसकी तलवार पर सर रखुं बता दो मुझे....💘💘
इश्क करना खता है तो सजा दो मुझे..💖💖
*सब मिल जाए तो तमन्ना किसकी करोगे साहिब*....
*अधूरी ख्वाहिशें ही तो जीने का मजा देती हैं* ....!!